चाणक्य नीति अनमोल वचन जीवनी व इतिहास | Chanakya History, Nitti, Biography, Quotes in Hindi

चाणक्य की जीवनी

चाणक्य, जिन्हें विष्णुगुप्त भी कहा जाता है, भारतीय इतिहास के मशहूर और प्रभावशाली नीतिशास्त्रज्ञ, राजनीतिज्ञ, और आचार्य थे। उनका जन्म क्रिश्न पक्ष की दशमी तिथि को पटना (वर्तमान बिहार, भारत) में हुआ था, जिसे आजकल चाणक्यपुरी के नाम से जाना जाता है।
चाणक्य नीति अनमोल वचन जीवनी व इतिहास | Chanakya History, Nitti, Biography, Quotes in Hindi

चाणक्य का जन्म लगभग 350 ईसा पूर्व हुआ था। उनके पिता का नाम चण्ड्रदत्त था। चाणक्य के माता-पिता का निधन हो गया जब वह अपने बचपन में ही थे। इसके बाद उन्होंने तपस्या और ध्यान में अपना समय बिताया और नीतिशास्त्र का गहरा अध्ययन किया।

चाणक्य ने अपनी बुद्धिमत्ता, वाणी, और नीतिशास्त्र की प्रभावशाली विद्या के कारण महान गुरु और आचार्य कौटिल्य (कौटिल्य अर्थात् "कुटिल") के नाम से प्रसिद्ध हुए।

चाणक्य की प्रमुख शिक्षा वर्ग में गुरुकुल के अंतर्गत हुई। उन्होंने गुरुकुल में विभिन्न विद्याओं का अध्ययन किया, जिसमें संस्कृत, अर्थशास्त्र, नीतिशास्त्र, राजनीति, व्यापार, और राष्ट्रीय मुद्रानिर्माण शामिल थे। चाणक्य के गुरुकुल में उनके विद्यार्थी जीवन के दौरान आरिस्टॉटल के उपनिषदों का अध्ययन करने वाले चाणक्य के सहपाठी थे।

चाणक्य ने अपनी बुद्धिमत्ता, नीतिशास्त्र, और राजनीति के प्रभावशाली ज्ञान के कारण मौर्य वंश के सम्राट चंद्रगुप्त मौर्य के द्वारा मगध साम्राज्य की स्थापना करने में महत्वपूर्ण योगदान दिया। चाणक्य ने चंद्रगुप्त मौर्य को राजनीतिक रणनीतियों, युद्ध योजनाओं, और शास्त्रीय सिद्धांतों की ज्ञानपूर्ण सीख प्रदान की।

चंद्रगुप्त मौर्य के साम्राज्य की स्थापना के बाद, चाणक्य मगध साम्राज्य के महामन्त्री और प्रधानमन्त्री बन गए। वह राजनीतिक और आर्थिक मामलों में चंद्रगुप्त मौर्य की सहायता करते रहे और राज्य के विकास और समृद्धि में अहम योगदान दिया। चाणक्य ने सम्राट चंद्रगुप्त मौर्य की निगरानी में विविध कार्यक्रमों, नीतियों, और योजनाओं को संचालित किया।

चाणक्य अपनी जीवनी के दौरान विभिन्न उपक्रमों के माध्यम से सामाजिक, आर्थिक, राजनीतिक, और सांस्कृतिक दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण परिवर्तन का निर्माण किया। उन्होंने आर्थिक व्यवस्था, करंट्सी, राजकोष, और योजनाबद्धता के क्षेत्र में सुधार किए। उन्होंने राजनीतिक रणनीतियों का प्रचार किया और राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए योजनाएं बनाईं।

चाणक्य नीतिशास्त्र और राजनीति के क्षेत्र में उनके योगदान ने उन्हें भारतीय इतिहास में एक महान आचार्य के रूप में प्रस्तावित किया है। चाणक्य के सिद्धांत, वचन, और उपदेशों ने बाद के समय में भी नीतिशास्त्र, राजनीति, और मनोविज्ञान के क्षेत्र में अपार प्रभाव डाला है।

चाणक्य का निधन उनके बाद चंद्रगुप्त मौर्य के पुत्र बिन्दुसार के राज्याभिषेक के बाद हुआ। उनका जीवन और उनके नीतिशास्त्र के अद्भुत योगदान ने उन्हें एक महान आचार्य और राजनीतिज्ञ के रूप में याद किया जाता है। उनके वचन और नीतियाँ आज भी लोगों के जीवन में मार्गदर्शन का कार्य करते हैं और उनकी जीवनी एक प्रेरणास्रोत के रूप में सेवित होती है।

चाणक्य ने अपने विचारों और नीतिशास्त्र के महत्वपूर्ण सिद्धांतों को अपनी पुस्तकों के माध्यम से समर्पित किया।

 हिंदी में चाणक्य द्वारा लिखी गई कुछ मुख्य पुस्तकों का उल्लेख किया गया है:

'अर्थशास्त्र' (Arthashastra): 

यह पुस्तक चाणक्य का महत्वपूर्ण कृति है, जिसमें आर्थिक विषयों, राजनीतिक शक्ति, शास्त्रीय योजनाबद्धता, संचार, आर्थिक व्यवस्था और व्यापार के बारे में विस्तृत ज्ञान प्रदान किया गया है।

'चाणक्य नीति' (Chanakya Niti):

 यह पुस्तक चाणक्य के नीतिशास्त्र के बारे में है और इसमें मनोविज्ञान, राजनीतिक रणनीति, व्यवहारिक जीवन के नियम, लोगों के गुण, स्वयं के प्रबंधन, सच्चाई और कर्म के महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा की गई है।

'सुंदरनीति' (Sundarneeti): 

यह पुस्तक चाणक्य के द्वारा लिखी गई अन्य एक महत्वपूर्ण नीतिशास्त्र है। इसमें राजनीतिक और सामाजिक रणनीतियों, सुरक्षा, सामरिक मुद्दों, और अंतरराष्ट्रीय सम्बन्धों के बारे में विस्तृत ज्ञान प्रदान किया गया है।

'शूक्रनीति' (Shukraniti): 

इस पुस्तक में चाणक्य ने राजनीतिक और प्रशासनिक मुद्दों, न्याय व्यवस्था, न्यायिक नीति, और न्यायाधीशों के कार्य के बारे में ज्ञान प्रदान किया है।

ये केवल कुछ प्रमुख पुस्तकों के नाम हैं जो चाणक्य द्वारा लिखी गई हैं। इन पुस्तकों में चाणक्य के महत्वपूर्ण विचार और सिद्धांत समाहित हैं, जो आपको उनके व्यापक ज्ञान और दर्शन के बारे में जानने में मदद करेंगे।

चाणक्य नीति (chaanaky neeti):

अनमोल वचन व इतिहास (Anmol vachan aur itihas):

भारतीय इतिहास में, चाणक्य का नाम महत्वपूर्ण स्थान रखता है। चाणक्य का नाम विशेष रूप से उनकी विद्वत्ता, ताकतवर नीतिशास्त्र, राजनीतिक दक्षता, और अमित बुद्धिमत्ता के लिए जाना जाता है। वह मौर्य साम्राज्य के सम्राट चंद्रगुप्त मौर्य के प्रमुख मन्त्री थे। चाणक्य की नीति और उनके वचन आज भी यथार्थ और महत्वपूर्ण हैं, और हमारे जीवन में एक मार्गदर्शक की भूमिका निभा सकते हैं।
चाणक्य की नीति एक संकलन है जिसमें वे विभिन्न विषयों पर अपने गहरे विचारों को व्यक्त करते हैं। चाणक्य ने न केवल राजनीति और शास्त्रीय विचारधारा में गहराई प्राप्त की, बल्कि उन्होंने विभिन्न जीवन क्षेत्रों में सफलता के लिए भी मार्गदर्शन प्रदान किया। चाणक्य के वचन आज भी बहुत महत्वपूर्ण हैं और लोगों को सच्चे जीवन के नियम और मूल्यों को समझने में मदद करते हैं।

चाणक्य नीति के कुछ महत्वपूर्ण वचनों में शामिल हैं:

  1. "अहिंसा परमो धर्मः" - अहिंसा सर्वोपरि धर्म है
  2. "शत्रुभिः संगमे राज्ञः प्राणानामपि हन्यते" - राजा के शत्रुओं के संग में उनके प्राण भी नष्ट हो जाते हैं।
  3. "परहितस्यानुकूलं यत्नं परपीडनं न हि स्वकृतम्" - परहित के लिए प्रयास करना उचित है, क्योंकि अपने को अभाग्य में डालना अनुचित है।
  4. "आत्मनस्तुष्टिः सर्वार्थानां विधितः समुपासिता" - आत्मसंतुष्टि ही सभी लक्ष्यों की पूजा की जाती है।
  5. "मातृभूमिः पुत्रोऽहं प्रियः" - मातृभूमि ही मेरा प्रिय पुत्र है।
  6. "सुखस्य मूलं धर्मः" - सुख का मूल धर्म है।
  7. "धर्मस्य मूलं अर्थः" - धर्म का मूल अर्थ है।
  8. "परोपकाराय फलन्ति वृक्षाः, परोपकाराय वहन्ति नद्यः। परोपकाराय दुहन्ति गावः, परोपकाराय इदं शरीरम्।" - परोपकार करने से पेड़ फलवान होते हैं, नदियाँ बहती रहती हैं, गायें दूध देती हैं और यह शरीर परोपकार करने के लिए ही है।
  9. "स्वधर्मे निधनं श्रेयः परधर्मो भयावहः" - अपने स्वधर्म में मरना श्रेष्ठ है, परधर्म भयंकर है।
  10. "दैवं नानुशास्ति केन न चेन यः" - भाग्य किसी के नियंत्रण में नहीं है, न ही किसी अन्य के नियंत्रण में है।
  11. "दृष्टाः पुरुषाः पार्थिवेन प्राणिना: समाः" - राजा के द्वारा देखे गए लोग प्राणियों के समान होते हैं।
  12. "मातृभूमिः स्वर्गस्य" - मातृभूमि स्वर्ग का समान है।
  13. "कार्येषु दासी, वासुदेव: सर्वत्र।" - कार्यों में भगवान वासुदेव ही दासी हैं।
  14. "अविद्यायामन्तरे वर्तमानाः स्वयं धीराः पण्डितंमन्यमानाः। कच्चित्सन्मोहात्परमाप्नुयुर्मानुष्याः कच्चिन्निर्मानुष्याः" - अज्ञान के भीतर रहते हुए धीर लोग अपने को ज्ञानी समझते हैं और कच्ची मोह के कारण कुछ लोग मनुष्य होते हैं, कच्ची मोह से अभिभूत होने के कारण कुछ लोग निर्मानुष्य होते हैं।
  15. "सर्वेन्द्रियाणां जरयन्ते तेजः, तेजसां जर्यतां वयः। वयसां जर्यतां धनं, धनेन जर्यते जगत्" - सभी इंद्रियों की बलीनता कम हो जाती है, बल की बलीनता कम हो जाती है, उम्र की बलीनता कम हो जाती है, धन की बलीनता कम हो जाती है, धन से संसार की बलीनता कम हो जाती है|
  16. "कर्मण्येवाधिकारस्ते मा फलेषु कदाचन।" - यह वाक्य कहता है कि आपका कर्तव्य है कार्य करना, फल की चिंता छोड़ देनी चाहिए। यह हमें यह सिखाता है कि हमें सिर्फ कार्यों पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए, फलों के लिए नहीं।
  17. "अर्थशास्त्रं नीतिशास्त्रं राज्यकर्मसमूहमेव च।" - इस वाक्य में चाणक्य कहते हैं कि धन की विद्या, नीति शास्त्र की विद्या और राजनीति इकट्ठा करने से ही एक राज्य को सफलता प्राप्त होती है।
  18. "प्रतिज्ञां कृत्वा समरे त्यजेत् स्वार्थं तु दुष्कृताम्।" - चाणक्य ने कहा है कि युद्ध के बाद जीते हुए व्यक्ति को अपने स्वार्थ को छोड़कर दुष्कृति को छोड़ देना चाहिए।

 हिंदी में 20 चाणक्य नीति के अनमोल वचन

  1. अपनी मति को बदलें नहीं, परन्तु दूसरों को दिखाएँ दूसरा चेहरा।
  2. व्यक्ति विपरीत योग्य नहीं होता, परन्तु योग्यता अवस्था और समय के आनुसार बदल जाती है।
  3. कर्तव्य का पालन करने में संकोच न करें, यह व्यर्थ है जैसे अधोरोग के लिए औषधि का त्याग करना।
  4. दूसरों को आपके अंदर बसा रहने दें, ऐसा न करें जैसे कीचड़ में नाव को धकेलना।
  5. संघर्ष और नाममात्र की वजह से मित्रता की प्राप्ति नहीं होती, परन्तु अच्छा संबंध और स्नेह से मित्रता बनी रहती है।
  6. अहंकार और गर्व को त्यागें, इससे बुद्धि और बल वर्धित होते हैं।
  7. दुर्गति की स्थिति में अपनी बुद्धि को न खोएँ, यह शत्रु के लिए और समय के लिए ही चाहिए।
  8. जो लोग आपकी मदद करते हैं, उन्हें कभी न भूलें।
  9. अपनी दृष्टि समय के अनुसार बदलें, क्योंकि समय की पहचान करने वाला ही सम्राट बनता है।
  10. धन को जमा करने में तैयार रहें, क्योंकि आपके लिए समय कभी भी अवसर देता है।
  11. शत्रु की सत्ता को कमजोर करें, तभी उससे सच्ची विजय होगी।
  12. अपनी बुद्धि को स्तब्ध न रखें, इसे सरकारी खजाने की तरह सदैव खर्च करते रहें।
  13. बच्चे को शिक्षित करने के लिए ब्रह्मा, यशस्वी को शिक्षित करने के लिए गुरु और पत्री को शिक्षित करने के लिए विद्यालय चुनें।
  14. न्यायिका को खाने के लिए भारी मुद्दों को न लाएँ, वरन् प्रथाओं के माध्यम से उसे आकर्षित करें।
  15. जो अवसर अनुकूल हों, उनका समय पर उपयोग करें, क्योंकि सदैव केवल समय नहीं मिलता।
  16. जो अपराध शिकार होते हैं, उन्हें दण्ड न दें, क्योंकि अपराध की नाश करने का सबसे बड़ा दण्ड उन्हें ही होता है।
  17. एक जानवर के रूप में बर्बाद होने से बेहतर है कि ब्राह्मण के साथ रहें, क्योंकि ब्राह्मण ही सबसे श्रेष्ठ होते हैं।
  18. शौच एक ऐसी धनी वस्तु है जो साधु व्यक्ति के पास भी होती है।
  19. धर्म को पालन करने वाले को कभी डर नहीं होता, क्योंकि धर्म का हमेशा साथ रहता है।
  20. सच्चाई को कभी न छिपाएँ, क्योंकि यह सदैव जीवित रहती है और बाकी सब कुछ अपने आप दिखा देता है।
ये थे कुछ चाणक्य नीति के अनमोल वचन हिंदी में। ये वचन जीवन में मार्गदर्शन प्रदान करने के साथ-साथ नैतिकता, समय का महत्व, और सच्चाई के प्रति समर्पण की महत्ता पर भी बल देते हैं।

ये वचन चाणक्य नीति के प्रमुख सिद्धांतों को संक्षेप में प्रकट करते हैं और हमें जीवन के विभिन्न पहलुओं में संजीवनी देते हैं। इन वचनों को अपने जीवन में अमल करके हम उच्चतम जीवन की ओर प्रगति कर सकते हैं।

चाणक्य की नीति के अतिरिक्त, चाणक्य के इतिहास में भी महत्वपूर्ण स्थान है। चाणक्य ने मौर्य साम्राज्य की स्थापना में महत्वपूर्ण योगदान दिया और उन्होंने चंद्रगुप्त मौर्य को एक शक्तिशाली साम्राज्य का संस्थापक बनाया। उनकी विद्वत्ता और नीतिशास्त्र के ज्ञान ने उन्हें भारतीय इतिहास में महान प्रतिष्ठा दिलाई है।

चाणक्य की नीति और वचन आज भी व्यापार, नीति, राजनीति, और प्रशासनिक क्षेत्र में लोगों के लिए मार्गदर्शन का स्रोत हैं। इन वचनों के माध्यम से चाणक्य ने सामाजिक, आर्थिक, और राजनीतिक सुधारों के लिए एक मार्ग निर्देशित किया है। इन नीतियों का पालन करने से हम सफलता, समृद्धि, और एक उच्चतम जीवन प्राप्त कर सकते हैं।

चाणक्य नीति और वचन हमें संघर्ष की अवधारणा, अधिकार का सदुपयोग, व्यक्तिगत एवं सामाजिक जीवन के मूल्यों का महत्व, और सामरिक चतुरता में बुद्धिमत्ता का विकास सिखाते हैं। चाणक्य की नीति हमें अपनी अद्वितीय पहचान और आत्मविश्वास की अपारता प्रदान करती है।

संक्षेप में कहें तो, चाणक्य नीति और वचन अमूल्य ज्ञान का संग्रह हैं, जो हमें उच्चतम जीवन की ओर प्रेरित करते हैं। इनके माध्यम से हम संघर्षों को पार कर सकते हैं, समृद्धि को प्राप्त कर सकते हैं और आदर्श नागरिक बन सकते हैं। चाणक्य की नीति और वचन हमारे जीवन का आदर्श मार्गदर्शक हैं और हमें सच्ची सफलता की ओर अग्रसर करते हैं।

स्वामी विवेकानंद (Swami Vivekananda) की जीवनी

स्वामी विवेकानंद जीवन परिचय, कहानी, निबंध, जन्म,  अनमोल वचन, पुण्यतिथि, कब मनाया जाता है, सुविचार,  मृत्यु (Swami Vivekananda Biography in Hindi) (Birth, Death Reason,  Father Name, Chicago speech,  Anamol Vachan )

स्वामी विवेकानंद (जन्म नाम: नरेंद्रनाथ दत्त) भारतीय धार्मिक और दार्शनिक थे, जिन्होंने अपने जीवन काल में विश्व भर में वेदान्त के सिद्धांतों और हिंदू धर्म के प्रचार-प्रसार में महत्वपूर्ण योगदान दिया। उन्हें विश्व सांस्कृतिक मोवमेंट के एक प्रमुख नेता के रूप में माना जाता है।



स्वामी विवेकानंद का जन्म 12 जनवरी, 1863 में कोलकाता, बंगाल (अब कोलकाता, पश्चिम बंगाल) में हुआ। उनके माता-पिता का नाम विश्वनाथ दत्त और भुवनेश्वरी देवी था। विश्वनाथ दत्त एक वकील थे और वे अपने घर में ब्राह्मणों को आदर्श मानते थे। नरेंद्रनाथ को बचपन से ही धार्मिकता और ज्ञान प्राप्ति की प्रेरणा मिली।

नरेंद्रनाथ ने काली घाट में स्थित ईश्वर प्रेमिका काली मंदिर में ज्योतिषीय कोलकाता महासम्मेलन में 1886 में अपने पहले प्रमुख भाषण दिया। उनकी बातें बहुत प्रभावशाली थीं और उन्हें उनके पुराने गुरु और उनके शिष्यों द्वारा गुरुभक्ति के चरणों में बैठाया गया।

स्वामी विवेकानंद ने अपनी यात्राएँ भारत और विदेशों में की और विश्वभर के लोगों को वेदान्त, ध्यान, योग और स्वदेशी आंदोलन के माध्यम से प्रेरित किया। उन्होंने 1893 में शिकागो में आयोजित विश्व धर्म महासम्मेलन में अपना प्रस्ताव पेश किया, जिसके बाद से उन्हें विश्व भर में पहचान मिली। वे पश्चिमी सभ्यता और भारतीय संस्कृति के बीच संधि स्थापित करने का कार्य करते थे।

स्वामी विवेकानंद ने भारत और पश्चिमी दुनिया में हिन्दू धर्म, योग और ध्यान के महत्व को प्रस्तुत किया। उन्होंने संन्यासी जीवन का अध्ययन किया, उद्धारवादी सोच का प्रचार किया और मानवता के लिए प्रेरणा स्थापित की। उन्होंने भारतीय विरासत की महत्वपूर्ण साहित्यिक और आध्यात्मिक पुस्तकें लिखीं, जिनमें से "चिकित्सात्मक जीवनी" और "भारतीय संन्यास" प्रसिद्ध हैं।

स्वामी विवेकानंद के बचाव में उनकी माता का बड़ा हाथ रहा। उनकी माता ने उन्हें उच्चतम आदर्शों के साथ पाला और उन्हें शिक्षा दी। उनकी माता की मृत्यु के बाद, स्वामी विवेकानंद ने माता की याद में वेदान्त श्रमदान समाज की स्थापना की, जो गरीब बच्चों को शिक्षा और आहार प्रदान करता था।

स्वामी विवेकानंद का निधन 4 जुलाई, 1902 को हुआ। उनकी मृत्यु के पश्चात उनके आश्रम का नाम रामकृष्ण मिशन पश्चिम दिशा वाले भवन पर रखा गया। वह आज भी एक प्रमुख आध्यात्मिक संस्था है जो सेवा, विचार और उनके अद्वैत दर्शन को बढ़ावा देती है।

शिकागो भाषण (Chicago speech)

महान आदर्शवादी विचारकों, मेरे प्रिय  बंधुओं और बहनों,

मुझे गर्व हो रहा है यहां आपके सामने खड़ा होने का, जो एक विश्व धर्म महासम्मेलन में भारत की प्रतिष्ठा के प्रतीक है। यहां पर आपके सामर्थ्य और ज्ञान का प्रतीक बनना एक गर्व की बात है। मैं आपका धन्यवाद करता हूँ और आपके चरणों में आभार व्यक्त करता हूँ।

मैं आपको एक संक्षेप में बताने का प्रयास करूँगा कि कैसे एक संन्यासी, जो एक असहाय व्यक्ति होकर यहां तक पहुँचा था, मेरे देश भारत के प्रतिष्ठान और विचारधारा को प्रस्तुत करने का सौभाग्य प्राप्त हुआ।

यह शिकागो शहर एक ऐतिहासिक स्थान है और यहां देशों के प्रतिनिधियों का आगमन होता है। इस महान उत्सव के अवसर पर, मैं एक देश का प्रतिनिधित्व करके अपनी धर्मयात्रा को यहां लाने के लिए भगवान का धन्यवाद करता हूँ।

मेरे भारत देश को धर्म का भूमि माना जाता है, जहां हजारों साधक, त्यागी और संतों ने जीवन के उच्चतम आदर्शों को प्रतिष्ठापित किया है। भारतीय संस्कृति में अद्वैत वेदान्त का तत्त्व निहित है, जो कि एकता और एक संसारवाद की प्रेरणा देता है।

यहां मैंने देखा है कि धर्म, भाषा, जाति, रंग और जाति के आधार पर लोगों में भेदभाव रखा जाता है। हम सभी में एक ही आत्मा निवास करती है, हम सभी एक ही परमात्मा के बच्चे हैं। हमारा धर्म, भाषा और जाति हमारी पहचान नहीं होनी चाहिए, यह हमारी एकता का कारण नहीं होना चाहिए।

मेरा संदेश है कि हमें सभी धर्मों की समान श्रद्धा और समान सम्मान के साथ रहना चाहिए। हमें अपने विभाजनों को छोड़कर एकता में रहना चाहिए। हमें संगठित होकर लोगों की सेवा करनी चाहिए, क्योंकि हमारा धर्म और जीवन उद्देश्य है लोगों के साथ मेल बांधना, सेवा करना और उनकी मदद करना।

मैं यहां इसलिए हूँ कि मैं विश्व में एकता और धार्मिक समन्वय की आवाज बढ़ाना चाहता हूँ। मुझे गर्व है कि मैं भारतीय हूँ, और मैं अपने भारतवासियों को प्रेरित करना चाहता हूँ कि हम एकता, अखंडता और शांति के साथ आगे बढ़ें।

मेरा विश्वास है कि यदि हम सभी मिलकर काम करें और एकत्र हों, तो हम एक नये जगत की सृजन कर सकते हैं। यह जगत एक जगत होगा, जहां सभी धर्मों के लोगों का सम्मान होगा, जहां सभी मनुष्यों का सम्मान होगा, और जहां सबको स्वतंत्रता, सुरक्षा और समृद्धि मिलेगी।

धन्यवाद।

अनमोल वचन (Anamol Vachan)

"उठो, जागो और अपना दिव्यत्व जागृत करो।"
"जब तक हम अपनी मानसिकता को बदल नहीं लेते, हमें कुछ भी बदलने का अधिकार नहीं है।"
"धैर्य और साहस रखो। जब तक उन्हें दोषी नहीं पाओगे, उन्हें बला नहीं पाओगे।"
"अपने मन को अनावश्यक चिंताओं से मुक्त करो।"
"जीवन का उद्देश्य पूर्णता है, और पूर्णता की ओर हम आगे बढ़ रहे हैं।"
"कर्म करो, नतीजों की चिंता न करो।"
"जीवन जीने के लिए तत्पर रहो, न कि सिर्फ सुर्खियों में रहो।"
"अपने मन के साथ समझौता करो, लेकिन अपने आदर्शों के साथ कभी नहीं।"
"यदि तुम शांति चाहते हो, तो खुद को बदलो।"
"विश्वास रखो, अभी नहीं तो कभी नहीं।"
"जीवन में समस्याओं को छोटा करने के लिए स्वयं को बदलो, न कि दुनिया को।"
"अपने मन को शुद्ध करो और ज्ञान का प्रकाश प्राप्त करो।"
"अपने अंदर की शक्ति को जागृत करो, और उसे निरंतर उपयोग करो।"
"समस्याओं को चुनौती के रूप में देखो और उन्हें मुकाबला करो।"
"सच्चे और उच्चतम आदर्शों का पालन करो, चाहे दुनिया क्या कहे।"


ये थे कुछ स्वामी विवेकानंद के अनमोल वचन हिंदी में। इन वचनों से हमें समझदारी, धैर्य, आत्म-विश्वास और योग्यता के महत्व को समझने में मदद मिलती है।



कुछ प्रमुख पुस्तक (some important books)

राजयोग
कर्मयोग  
ज्ञानयोग

भक्तियोग

प्रबुद्ध भारत

विचार और अभिप्रेरणा

अन्तरात्मा का उद्घोष
धर्म और जगत

स्वामी विवेकानंद चरित
जीवन दर्शन
संगठन और उद्यम
वेदांत और उच्चतम ज्ञान
स्वामी विवेकानंद और राष्ट्रवाद
श्रीरामकृष्ण कथामृत


ये केवल कुछ प्रमुख पुस्तकों के नाम हैं, स्वामी विवेकानंद ने और भी कई पुस्तकें लिखी हैं। आप इन पुस्तकों को आपकी नजदीकी पुस्तकालय या ऑनलाइन प्लेटफॉर्मों पर खोजकर पढ़ सकते हैं।




Infinix Note 30 5G

Introduction:

 Infinix, a renowned smartphone manufacturer, has once again raised the bar with its latest offering, the Infinix Note 30 5G. This smartphone is a true testament to the brand's commitment to innovation and user satisfaction. Packed with cutting-edge features, the Infinix Note 30 5G promises to deliver an exceptional experience to its users. In this article, we will delve into the remarkable features and specifications of this device, highlighting why it stands out in the competitive smartphone market.

5G Connectivity:

Infinix Note 30 5G


 One of the standout features of the Infinix Note 30 5G is its support for 5G connectivity. With 5G networks rolling out globally, this smartphone ensures lightning-fast download and upload speeds, low latency, and an overall enhanced browsing experience. Users can stream high-definition videos, play online games, and download large files in a matter of seconds, taking their smartphone experience to the next level.

Stunning Display: 



The Infinix Note 30 5G boasts a large 6.7-inch Full HD+ IPS display, providing an immersive visual experience. Whether you're watching movies, playing games, or browsing the web, the vibrant colors and sharp details on the screen will captivate you. The device also features a high refresh rate, ensuring smooth scrolling and seamless animations, making it ideal for multimedia consumption.

Powerful Performance:

Infinix Note 30 5G


 Under the hood, the Infinix Note 30 5G houses a robust MediaTek Dimensity 1200 chipset, paired with an impressive 8GB of RAM. This powerful combination ensures snappy performance and smooth multitasking capabilities. Users can effortlessly switch between apps, play graphic-intensive games, and run demanding applications without any lag or slowdowns.

Exceptional Camera System:



 The camera setup on the Infinix Note 30 5G is truly impressive. It features a quad-camera configuration on the rear, consisting of a 64MP primary sensor, an ultra-wide-angle lens, a depth sensor, and a macro lens. This versatile setup allows users to capture stunning photos in various scenarios, from breathtaking landscapes to detailed close-ups. Additionally, the smartphone offers an advanced AI-powered camera system that optimizes settings for the best possible shot.

Long-lasting Battery:

Infinix Note 30 5G


 Equipped with a massive 5,000mAh battery, the Infinix Note 30 5G ensures all-day usage without the need for frequent charging. Whether you're engaged in work or entertainment, this smartphone will keep up with your demands. In addition, the device supports fast charging technology, allowing you to quickly recharge and get back to using your phone in no time.

Ample Storage: 

Infinix Note 30 5G


The Infinix Note 30 5G comes with generous storage options, offering users ample space to store their files, photos, videos, and apps. With up to 128GB of internal storage, expandable further via a microSD card slot, you can rest assured that you won't run out of space anytime soon.

Conclusion:

 The Infinix Note 30 5G is a smartphone that excels in every department. From its impressive 5G connectivity to its stunning display, powerful performance, exceptional camera system, long-lasting battery, and ample storage, it offers everything you need and more. Whether you're a tech enthusiast, a gaming enthusiast, or someone who values a reliable and feature-packed smartphone, the Infinix Note 30 5G is undoubtedly worth considering. With its unbeatable combination of power and connectivity, this device is sure to elevate your smartphone experience to new heights.